उद्देश्य मानवाधिकार सुरक्षा संगठन 2001 से मानव सेवा में हर तरह से तत्पर रहा है हम सभी इंसानों को अपना परिवार मानकर उनके अधिकारों का उनके सम्मान की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करते हैं मानवाधिकार सुरक्षा संगठन "सत्यमेव जयते" को पूरे देश में ईमानदार, कर्मठ और जुझारू समाजसेवी पुरुष और महिलाओं का साथ चाहिए जो कि समाज में रहकर समाज में हो रहें अत्याचार, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी आदि के खिलाफ आवाज उठा सकें और गरीब लोगों की मदद कर सकें। जिस किसी को भी समाज के उत्थान के लिए और अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए कार्य करना हो उनका हम स्वागत करते है उनको हमारा हर संभव सहयोग रहेगा। हर इंसान के लिए स्वास्थ्य, जरूरी उपचार उनकी शिक्षा, महिला शक्ति उनकी सुरक्षा, पर्यावरण, युवाओं के लिए रोजगार गांव-गांव तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना, कृत्रिम अंग सभी जरूरतमंदों को बिना किसी भेदभाव के उपलब्ध कराना हर तरह के सामाजिक कार्यों में सहयोग करना समाज में फैल रही कुरीतियों का जमकर विरोध करना और उसमें शासन और प्रशासन का सहयोग प्राप्त करके सभी की मदद करना मानवाधिकार सुरक्षा संगठन सत्यमेव जयते का मूल उद्देश्य है प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय समुदाय 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाता है पूरे विश्व में जीवन और स्वतंत्रता का अधिकार गुलामी और यातना से मुक्ति विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता काम और शिक्षा का अधिकार समानता और सम्मान का अधिकार और सभी प्रकार के भेदभाव से मुक्त रहना इससे हम किसी भी व्यक्ति को वंचित नहीं कर सकते हैं वास्तव में प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे जीवन स्तर का प्राप्त करने का अधिकार है जो उसे उसके परिवार के स्वास्थ्य कल्याण और विकास के लिए आवश्यक है मानव अधिकारों में आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक अधिकारों के समक्ष समानता का अधिकार व शिक्षा का अधिकार आदि नागरिक और राजनीतिक अधिकार भी सम्मिलित होते हैं हमारे चार तरह के अधिकार होते हैं 1 मूल अधिकार (Fundamental) 2 आधारभूत अधिकार (Basic) 3 प्राकृतिक अधिकार (Natural) 4 जन्म सिद्ध अधिकार (Birth Rights) जिसमें प्रत्येक नागरिक कार्य कर्तव्य होता है वह संविधान का पालन करें और उसके आदर्शो, संस्थाओं, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय गान का आदर करें स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोकर रखें और उनका पालन करें। भारत की प्रभुता एकता और अखंडता की रक्षा करें देश की रक्षा करें। भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्व समझे प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा करें सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखें सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में अपना योगदान और बढ़ाने के लिए प्रयास करें समझने के लिए इतना ही पर्याप्त है की "जीकर देख लिया हमने सभी धर्म में, अब चलो एक ऐसा धर्म बनाए जिसमें इंसान का दर्द किसी इंसान से देखा ना जाए अगर पड़ोसी भूखा हो तो पड़ोसी से खाया ना जाए चोट लगे किसी को तो दूसरा कराहे" और यह मानव का परम कर्तव्य भी है अगर हमारे मन में मानवता नहीं है तो हम मानवाधिकार का झंडा उठाकर घूमते रहे तो भी हम कुछ नहीं कर पाएंगे हमें अपने अंदर वह जज्बा और हर इंसान का दर्द अपने सीने में लेकर चलना होगा मानव अधिकार सुरक्षा संघठन से जुड़ने वाले सभी को शपथ लेनी होगी की हम सभी अपनों के लिए अपने कर्तव्य का निर्वहन मरते दम तक करेंगे सामान्य रूप से मानवाधिकारों को देखा जाए तो मानव जीवन में भोजन पानी का अधिकार शिक्षा का अधिकार बाल शोषण उत्पीड़न पर अंकुश महिलाओं की घरेलू हिंसा से सुरक्षा उसके शारीरिक शोषण पर अंकुश प्रवास का अधिकार धार्मिक हिंसा से रक्षा आदि को लेकर बहुत सारे कानून बनाए गए हैं जिन्हें मानवाधिकार के अंतर्गत रखा गया है किसी भी देश के विकास के लिए उसे देश में सामाजिक विकास आवश्यक होता है सामाजिक विकास के लिए सामाजिक समस्याएं जैसे गरीबी बेरोजगारी एवं सामाजिक बहिष्कार जैसी समस्याओं पर ध्यान देना बहुत जरूरी है अतः हमारा कर्तव्य है की समझ में व्याप्त बुराइयों को मिटाने के लिए हमें कार्य करते रहना चाहिए हर व्यक्ति की भौतिक एवं आध्यात्मिक ज़रूरतें एवं परिवार समाज एवं समूह की जरूरत पर ध्यान दिया जाए मानव अधिकारों से जुड़े गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, कुपोषण, नशा, सुनियोजित अपराध, भ्रष्टाचार, विदेशी अतिक्रमण, शास्त्रों की तस्करी, आतंकवाद, रंगभेद, धार्मिक कट्टरता आदि बुराइयों को योजना व तरीके से खत्म करना जरूरी है मानवाधिकार सुरक्षा संघ को कोई भी व्यक्ति स्वयं अथवा पीड़ित व्यक्ति प्रार्थना पत्र देकर शिकायत करने पर किसी शासकीय सेवक द्वारा मानवाधिकारों का हनन किया गया हो या उकसाया गया हो तो ऐसी शिकायतों की जांच करना किसी न्यायालय में विचाराधीन ऐसे कैस जो किसी व्यक्ति को गलत तरीके से फसाया गया हो उसे कार्रवाई में भाग लेना किसी जेल अथवा राज्य सरकार द्वारा नियंत्रित ऐसे संस्थान चिकित्सालय अगर गलत कार्यों में लिप्त है तो उनका निरीक्षण कर उनको समझाना या उनकी शिकायत उच्च अधिकारियों को करना और जो मानव अधिकारों के लिए कोई भी संस्था कार्य करती है तो उनके प्रयासों का प्रोत्साहन करना। गरीबी मानव अधिकारों के हनन का सबसे बड़ा कारण है जहां भूख है वहां शांति नहीं हो सकती अतः गरीबों को खत्म कारक मूलभूत सुविधाएं महिया कराई बिना मानव अधिकारों के लिए लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती मानवाधिकार सुरक्षा संघ के पदाधिकारी को शिकायत ईमेल के माध्यम से किसी भी सरकारी संस्था को दी जा सकती है लेकिन उसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री, और राज्यों के अध्यक्ष के संज्ञान में कोई भी शिकायत जरूरी है प्रत्येक मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी द्वारा समय-समय पर समाज में कानून का पालन करना अपने करो के भुगतान के लिए प्रेरित करना पर्यावरण की रक्षा करना दया और दान कार्यों में शामिल होना अति आवश्यक है मानवाधिकार सुरक्षा संगठन का कोई भी कार्य करता अनैतिक कार्य में संलिप्त पाया जाता है तो उसकी शिकायत खुद मानवाधिकार सुरक्षा संघ करेगा। सभी मानवाधिकार सुरक्षा संगठन परिवार के कार्यकर्ताओं को उनके सुनहरे भविष्य के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। ।। जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम ।।